कोविड संक्रमण के चलते मरीज़ों की बढ़ती संख्या और उन मरीज़ों को भर्ती कराने के लिए अस्पतालों में बेड की कमी से लोगों को हर रोज रूबरू होना पड़ रहा है। ताज़ा मामला प्रयागराज का है जहां एक बीमार बुज़ुर्ग को बेड न मिलने से उसकी अस्पताल के बाहर ही मौत हो गई । उसका बेटा काफी देर तक स्ट्रेचर पर अपने पिता की लाश के पास अस्पताल के बाहर खड़ा होकर उस घड़ी को कोस रहा होगा और सोच रहा होगा कि अगर उसके पिता को वक्त पर अस्पताल में इलाज, बेड और ऑक्सीजन मिल जाता तो शायद उसका पिता आज जिंदा होता।
दरअसल हंडिया के बरौत इलाके से इसका बेटा सांस लेने की दिक्कत पर अपने बीमार पिता को लेकर एसआरएन अस्पताल भर्ती कराने आया था लेकिन डॉक्टरो ने उसके पहले कोरोना जांच कराने के लिए कहा लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और उसके पिता की सांसें अस्पताल के बाहर ही थम गई। अगर वक्त पर इलाज मिलता तो शायद इसका पिता आज ज़िंदा होता।