एडिनबर्ग (यूके) से विशेष रिपोर्ट
प्रयागराज की क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक डॉ. ईशान्या राज ने यूनाइटेड किंगडम के एडिनबर्ग स्थित क्रैमंड बीच (Cramond Beach) पर पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ छठ महापर्व मनाया। विदेश की धरती पर भारतीय परंपरा और आस्था का यह सुंदर संगम देखने लायक रहा।
डॉ. ईशान्या राज ने सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते हुए कहा,
देश से दूर रहकर भी हमारी आस्था और संस्कार कभी दूर नहीं हो सकते।
यह पर्व आत्मानुशासन, नारी शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।”
विदेश में मनाए गए इस छठ पर्व ने न केवल भारतीय समुदाय को गर्व का एहसास कराया, बल्कि युवाओं को अपनी संस्कृति और जड़ों से जुड़े रहने की प्रेरणा भी दी।
डॉ. ईशान्या राज का मानना है कि आधुनिक जीवनशैली और वैश्विक परिवेश के बीच संस्कारों की निरंतरता ही हमारी सबसे बड़ी विरासत है। प्रयागराज से लेकर एडिनबर्ग के क्रैमंड बीच तक उनकी यह आस्था यही संदेश देती है कि जहां भी रहें, अपनी मिट्टी की पहचान साथ रखें।




