वाराणसी में वाहन माफिया का आतंक एक बार फिर सुर्खियों में है। शुक्रवार को कैंट क्षेत्र में वाहन माफिया के सरगना पंकज पांडे के इशारे पर एक ड्राइवर के अपहरण और बेरहमी से पिटाई की सनसनीखेज घटना ने शहर में हड़कंप मचा दिया। पीड़ित ड्राइवर को परेड कोठी स्थित एक गेस्ट हाउस में बंधक बनाकर यातनाएं दी गईं। घटना की सूचना पर जीआरपी कैंट पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित को मुक्त कराया और मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
महफूज ने बताया कि हमलावरों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और जबरन घसीटते हुए पास के पंचम गेस्ट हाउस ले गए। वहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और बेरहमी से पिटाई की गई। इस हमले में महफूज गंभीर रूप से घायल हो गया। पीड़ित ने आरोप लगाया कि यह पूरी घटना वाहन माफिया के सरगना पंकज पांडे के इशारे पर अंजाम दी गई। सवाल खड़ा होता है कि वाहन माफिया पंकज पांडे को आखिर किसका संरक्षण प्राप्त है और किसके संरक्षण पर यह अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित कर रहा है
सूचना मिलते ही जीआरपी कैंट पुलिस हरकत मे आई और ड्राइवर को सकुशल छुड़ाकर इलाज के लिए भेजा। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है,
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी कैंट पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर पीड़ित को गेस्ट हाउस से सकुशल बरामद किया। गंभीर रूप से घायल महफूज को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर पंकज पांडे, कमलेश प्रजापति, गोलू प्रजापति और आकाश के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बी.एन.एस.), 2023 की निम्नलिखित धाराओं में FIR दर्ज की। जिसमें भारतीय न्याय संहिता (बी.एन.एस.) 2023 की धारा 127(2), 115 (2), 351 (3) और 352 शामिल हैं।
पुलिस ने मामले की जांच की जिम्मेदारी सब-इंस्पेक्टर (एसआई) सुखबीर सिंह को सौंपी है। जीआरपी की टीमें आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं, लेकिन पंकज पांडे और उसके गुर्गे अभी फरार बताए जा रहे हैं।
वाहन माफिया का बढ़ता आतंक
वाराणसी में वाहन माफिया का दबदबा कोई नई बात नहीं है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों में माफिया द्वारा ड्राइवरों को धमकाने, मारपीट करने और अवैध वसूली की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं। इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पंकज पांडे जैसे माफिया सरगनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने से उनका हौसला बढ़ता जा रहा है।
पुलिस का बयान
जीआरपी कैंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमने पीड़ित की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की और FIR दर्ज कर ली है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” अधिकारी ने यह भी आश्वासन दिया कि वाहन माफिया के खिलाफ अभियान चलाकर इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जाएगा।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना के बाद कैंट क्षेत्र में स्थानीय लोगों और ड्राइवरों में आक्रोश व्याप्त है। कई ड्राइवरों ने बताया कि वाहन माफिया आए दिन स्टैंड पर अवैध वसूली और मारपीट करते हैं। एक स्थानीय ड्राइवर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “ये लोग स्टैंड पर कब्जा जमाए बैठे हैं। अगर कोई उनकी बात नहीं मानता तो उसे इस तरह की यातनाएं झेलनी पड़ती हैं। पुलिस को इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”
महफूज की स्थिति
महफूज अहमद को अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन इस घटना ने उनके परिवार में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। महफूज के परिजनों ने पुलिस से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
यह घटना वाराणसी में वाहन माफिया के बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। प्रशासन और पुलिस के सामने अब चुनौती है कि वे इस तरह के आपराधिक तत्वों पर नकेल कसें और आम नागरिकों, खासकर ड्राइवरों को सुरक्षित माहौल प्रदान करें। मामले में अगली कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी पर सभी की नजरें टिकी हैं।